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महात्मा गाँधी |
महात्मा गाँधी की जिंदगी से जुड़े कुछ टॉपिक्स निचे है जिन्हे हम आपको बताने वाले है इन टॉपिक्स के अतिरिक्त कुछ बाते भी हम जानेंगे जिन्हे जानने वाला हर एक इंसान गाँधी जी के संघर्षो को याद करने पर मजबूर हो जायेगा।
1. महात्मा गाँधी जन्म और स्थान ( Mahatma Gandhi Birth Day )
2. गाँधी का पूरा नाम ( Full Name Of Mahatma Gandhi In Hindi )
3. महात्मा गाँधी का परिवार ( Mahatma Gandhi Family Details )
4. महात्मा गाँधी का शिक्षा ( Mahatma Gandhi Education )
5.महात्मा गाँधी संघर्ष ( Mahatma Gandhi Struggle )
6.भारतीय स्वतंत्रता संग्राम 1916-1945 ( Indian Freedom Struggle 1916-1945 )
7.चम्पारण आंदोलन ( Champaran Movement )
8.खेड़ा आंदोलन ( Kheda Movement )
9. खिलापत आंदोलन ( Khilapat Movement )
10. हरिजन आंदोलन ( Harijan Movement )
11.महात्मा गाँधी भारतीय राष्ट्रपिता ( Mahatma Gandhi Indian Father Of The Nation Essay In Hindi )
12. महात्मा गाँधी की हत्या ( Mahatma Gandhi Assassination )
महात्मा गाँधी जी कुछ अन्य बातें ( Mahatma Gandhi Ji Some Other Things )
1. महात्मा गाँधी जन्म और स्थान ( Mahatma Gandhi Birth Day )
महात्मा गाँधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर काठियावाड़ एजेंसी में हुआ। यह स्थान वर्तमान में गुजरात में स्थित है। महात्मा गाँधी जब पैदा हुए तब भारतीय देश में ब्रिटिश सरकार का शासन था। चारो और गरीबी फैली हुयी थी। इंसानो ने इंसानो को गुलाम बना रखा था।
2. महात्मा गाँधी का पूरा नाम ( Full Name Of Mahatma Gandhi In Hindi )
महात्मा गाँधी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गाँधी था। गाँधी जी को महात्मा की उपाधि बाद में प्रदान की गयी थी जिन्हे हम आगे जानेंगे। महात्मा गाँधी जब छोटे थे तो उन्हें यह पता नहीं था की हम ब्रिटिश सरकार की गुलामी में है। परन्तु बड़े होने पर उनमे यह समझ तेजी से आयी और उन्होंने इसे खत्म करने के लिए अपने जीवन का त्याग करने का फैसला किया।
3. महात्मा गांधी का परिवार ( Mahatma Gandhi Family Details In Hindi )
गाँधी जी संयुक्त परिवार से जुड़े हुए इंसान माने जाते है। उनके पिता का नाम करमचंद गाँधी था वो ब्रिटिश सरकार में पोरबंदर एजेंसी में दिवान थे। गाँधी जी की माँ का नाम पुतली बाई परनामी था। महात्मा गाँधी की मात्र तेरह वर्ष की आयु में कस्तूरबा से शादी कर दी गयी और गाँधी जी मात्र पंद्रह वर्ष की आयु में पिता बनने वाले थे परन्तु कुछ कारणों की वजह से संतान जीवित ना रही। कुछ समय बाद महात्मा गाँधी की लगातार एक के बाद एक करके चार संताने पैदा हुयी चारो लड़के थे। उनके नाम क्रमश हरिलाल गाँधी, मणिलाल गाँधी, रामदास और देवदास गाँधी थे।
4. महात्मा गाँधी की शिक्षा ( Mahatma Gandhi Education Information )
महात्मा गाँधी की मिडिल स्कूल की पढाई पोरबंदर में ही हुयी थी परन्तु पोरबंदर में हाई स्कूल ना होने की वजह से उन्हें राजकोट जाकर हाई स्कूल की पढाई करनी पड़ी। सन 1887 में गाँधी जी ने अहमदाबाद से मेट्रिक की शिक्षा पूरी की। इसके बाद उन्होंने कॉलेज की पढाई करने के लिए भावनगर की शामलदास कॉलेज में एडमीशन लिया परन्तु उनका स्वाथ्य अच्छा ना होने की वजह से उन्हें वापस पोरबंदर लौटना पड़ा। गाँधी जी उनके परिवार में सबसे ज्यादा पढ़े लिखे हुए इंसान माने जाते थे। गाँधी जी को दिवान का पद दिलवाने के लिए उन्हें परिवार वालो ने लन्दन भेज दिया जहा पर उन्होंने लंदन के महाविद्यालय से कानून की पढाई की।
जून 1891 में गांधीजी लंदन से वापस लोटे। घर आने पर उन्हें पता चला की माँ की मोत हो गयी थी।
5. महात्मा गांधी के संघर्ष ( Mahatma Gandhi Struggle )
महात्मा गाँधी ने अपना सम्पूर्ण जीवन संघर्ष करने में लगा दिया था। वे वर्ष 1914 में दक्षिण अफ्रीका से भारत लोटे और यहाँ से गांधी जी के संघर्षो को सिलसिला जारी हुआ। महात्मा गाँधी ने भारत में कही आंदोलनों की का नेतृत्व किया और उन्हें सफल बनाकर ब्रिटिश सरकार को भारत छोड़ने पर मजबूर किया। जिनमे से प्रमुख आंदोलन निम्न प्रकार से है।
6. भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का संघर्ष ( 1916-1945 तक ) Indian Freedom Struggle
दक्षिण अफ्रीका से जब गाँधी जी भारत लोटे थे तब तक वो एक प्रतिष्ठित राष्ट्रवादी नेता के रूप में उबर चुके थे। स्वतंत्रता संग्राम के अंतर्गत उन्होंने भारत के कही स्थानों का दौरा किया और लोगो को समझाया की हमे ब्रिटिश सरकार को भारत छोड़ने पर विचार करना होगा। इस प्रकार गाँधी जी ने देश के प्रमुख स्थानों पर जा जा के इंसानो को स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया। कही बार उन्हें अंग्रेजो ने जेल में भी बंद किया लेकिन गाँधी जी रुकने वाले नहीं थे उन्होंने लगातार भारत को आजाद कराने के लिए लोगो को एकजुट करने की योजना पर ध्यान दिया। जो आजादी दिलाने में बहुत बड़ा योगदान दे सकती थी।
7. चम्पारण आंदोलन ( Champaran Movement )
चम्पारण बिहार में ब्रिटिश सरकार लोगो को खाद्य फसल उगाने के बजाय नील की खेती करने पर मजबूर कर रहे थे। किसानो की फसलों को सस्ते दाम में खरीदने लगे जिसके कारण किसानो के हालात बुरे से बदतर होने लगे। गाँधी जी को इस घटना का पता लगने के बाद उन्होंने चम्पारण में ब्रिटिश जमीदारो का विरोध करके चम्पारण आंदोलन का नेतृत्व किया। जिसकी बदौलत ही किसानो की मांगो को स्वीकृति प्रदान की गयी।
8. खेड़ा आंदोलन ( Kheda Movement )
1918 में खेड़ा गुजरात सूखा की चपेट में आ गया जिसके कारण किसान राजस्व कर चुकाने में असमर्थ थे। किसानो को कर ना चुकाने की वजह से जेल में डाला जा रहा था। जहां पर महात्मा गाँधी ने खेड़ा आंदोलन का नेतृत्व किया और सरदार वलभ भाई पटेल ने गाँधी जी का सहयोग किया। फलस्वरूप कैद किये गए किसानो को जेल से रिहा किया गया।
9. खिलापत आंदोलन ( Khilapat Movement )
खिलापत आंदोलन एक विश्वव्यापी आंदोलन था। प्रथम विश्व युद्ध के बाद ओटोमन साम्राज्य खंडित हो गया था। इसके बाद पूरी दुनिया के मुसलमान ने खलिपा के गिरते प्रभुत्व का विरोध किया। कांग्रेस और मुसलमानो के बीच अपनी लोकप्रियता बनाने के लिए गाँधी जी ने इस आन्दोलन का नेतृत्व किया और सफल नेता बनने में सफल भी हुए और लोकप्रिय भी।
10. हरिजन आंदोलन ( Harijan Movement )
दलित नेता भीम राव अम्बेडकर के प्रयासों के कारण दलित व्यक्तियों के लिए पृथक निर्वाचन का नया संविधान ब्रिटिश सरकार ने पास कर दिया। इस वक्त गाँधी जी येरवडा जेल में बंद थे परन्तु फिर भी गाँधी जी ने सितम्बर 1932 में इसके विरोध में छः दिन का उपवास करके विरोध किया था और सभी को समान अधिकार देने पर विवश किया।
11. महात्मा गाँधी भारतीय राष्ट्र पिता ( Mahatma Gandhi Indian Father Of The Nation Short Essay In Hindi )
यह बात हर कोई जानता हैं की महात्मा गाँधी को राष्ट्रपिता कहा जाता है परन्तु बहुत कम लोग जानते है की उन्हें सबसे पहले राष्ट्रपिता किसने कहा था दरअसल हुआ यु की 4 जून 1944 को सिंगापूर से सुभाष चंद्र बॉस रेडियो को सम्बोधित कर रहे थे तो उन्होंने महात्मा गाँधी को राष्ट्रपिता कहकर पहली बार पुकारा था। जबकि महात्मा गाँधी को बापू की उपाधि चम्पारण से मिली थी।
12. महात्मा गाँधी की हत्या ( Mahatma Gandhi Assassination )
महात्मा गाँधी जी के बारे में आखिरी शब्द ( Finally words About Mahatma Gandhi )